देहरादून- राष्ट्रीय कवि संगम’ महानगर महिला इकाई देहरादून के तत्वावधान में प्रथम मासिक काव्य गोष्ठी महिला दिवस के उपलक्ष्य मे राष्ट्रीय कवि संगम की नवनियुक्त अध्यक्ष “मीरा नवेली जी”की अध्यक्षता में पैसिफिक गोल्फ के सभागार में आयोजित की गई। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती डॉली डबराल जी द्वारा मंच सुशोभित रहा। विशिष्ठ अतिथि राष्ट्रीय कवि संगम की प्रदेश महामंत्री श्री मती महिमा जी रहीं

भारतीय परम्परानुसार सर्वप्रथम माँ सरस्वती के श्री चरणों में दीप प्रज्ज्वलित कर गोष्ठी का शुभारंभ राष्ट्रीय कवि संगम महानगर अध्यक्ष मीरा नवेली जी, आ.डाॅली डबराल जी ,महिमा श्री जी, गढ़वाल महामंत्री कविता बिष्ट’नेह’जी व प्रदेश महामंत्री श्री मती मणि अग्रवाल ‘मणिका’जी ने किया।

गोष्ठी का संचालन ‘राष्ट्रीय कवि संगम’ महिला इकाई की महामंत्री श्रीमती क्षमा कौशिक जी व द्वारा किया गया।संयोजन महानगर महामंत्री श्रीमती शोभा पाराशर व संगठन मंत्री श्रीमती गार्गी मिश्रा जी का रहा।

तत्पश्चात काव्य गोष्ठी में सभी कवि कवयित्रियों ने सुंदर गीत, ग़ज़ल, नज़्म और कविताएं सुनाई। आदरणीय श्रीमती मीरा नवेली जी के सौजन्य से सुंदर, सफ़ल और सुव्यवस्थित काव्य सभा आयोजित हुई। हम सब उनका आभार व्यवक्त करते हैं। सभी की सुंदर रचनाओं से काव्य सभा नई उमंग से सराबोर हुई।
श्रीमति डॉली डबराल जी, श्री शिव मोहन सिंह जी,ओज कवि श्रीकांत श्री जी,श्री जसवीर हलधर,आ.असीम शुक्ल जी ,श्रीमती मणि अग्रवाल ‘मणिका’ जी, श्रीमती महेश्वरी कनेरी जी, श्रीमती नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’ जी, श्रीमती शोभा पाराशर जी, श्रीमती निशा अतुल्य जी, डा.उषा झा ‘रेणु ‘जी, श्रीमती नीलोफ़र ‘नीलू’ जी, श्रीमती अर्चना झा ‘सरित,’ श्रीमती गार्गी मिश्रा जी,उमा सिशोदिया जी, श्रीमती कविता बिष्ट ‘नेह’ जी, श्रीमती स्वाति गर्ग, श्रीमती पूजा कपूर, डॉ कुम्पल वालिया जी, तुस्निमा कौसर जी , नवोदित रचनाकार कुमारी रिद्धि, डा. ओ.पी. मिनोचा जी, सतेन्द्र शर्मा’तरंग’जी, डा.राकेश बलूनी जी, मशहूर शायर शादाब अली जी ,राकेश जैन जी, दर्द गढवाली जी की उपस्थिति से काव्य गोष्ठी आनन्दमय हो गई। सभी ने बहुत सुन्दर काव्य पाठ किया।
सभी की प्रस्तुतियां बहुत उत्कृष्ट रहीं। करतल ध्वनि से पटल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ।
सभी रचनाकारों को उत्तम काव्यपाठ हेतु स्नेह तथा शुभकामनाएं प्राप्त हुई। मीरा नवेली जी के अध्यक्षीय उद्बोधन तथा काव्य पाठ के पश्चात गोष्ठी को पूर्णता प्रदान की गई। सफल एवं सुंदर आयोजन हेतु सभी कवि एवं कवयित्रियों को हार्दिक बधाई तथा अनन्त शुभकामनाएं दी गई।

