*हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उपजा के बैनर तले उरई के “मन्डपम” सभागार में पत्रकारों, राजनेताओं, समाजसेवियों का उमड़ा सैलाब/वक्ताओं ने रखे सारगर्भित विचार
*वरिष्ठ पत्रकार के पी सिंह ने हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में स्व विनोद गौतम और देवेन्द्र शुक्ला के योगदान को सराहा
*उपजा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दीपक अग्निहोत्री ने पं राधेश्याम दांतरे, अयोध्या प्रसाद कुमुद, नागरमल तरसौलिया, नाथूराम निगम आदि के योगदान को किया याद
*वयोवृद्ध पत्रकार, अधिवक्ता यज्ञदत्त शर्मा के मुख्य आतिथ्य, उपजा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दीपक अग्निहोत्री की अध्यक्षता व उपजा जिलाध्यक्ष अरविन्द द्विवेदी के संचालन में सम्पन्न हुआ शानदार, सफल आयोजन
उरई, (जालौन) -यूपी जर्नलिस्ट एसोसियेशन उपजा के तत्वावधान में हिन्दी पत्रकारिता दिवस नारद जयंती समारोह का आयोजन मण्डपम उत्सव ग्रह में वरिष्ठ अधिवक्ता एवं साहित्यकार पं.यज्ञदत्त त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपजा प्रदेशाध्यक्ष दीपक अग्रिहोत्री ने की। कार्यक्रम का संचालन उपजा जिलाध्यक्ष एवं हिन्दी दैनिक (आज) के ब्यूरो चीफ अरविन्द द्विवेदी ने किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते वरिष्ठ अधिवक्ता साहित्यकार पं.यज्ञदत्त त्रिपाठी ने उपस्थित सभी पत्रकारों, प्रबुद्धजनों को हिन्दी पत्रकारिता दिवस की बधाई देते कहा कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस को राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के रुप में मनाया जाना चाहिए। उन्होने बताया कि हिन्दी पत्रकारिता का शुभारंभ 1876 में हुआ। अंग्रेज जब अखबार निकालते थे उस समय 5 प्रतिशत लोग ही अंग्रेजी जानते थे। पत्रकारिता तो उस दिन शुरु हुई जिस दिन हिन्दी में निकलने वाले समाचार पत्रों को सभी ने पढ़ा। उन्होने कहा कि पत्रकार वे नही जो राजाओं के मध्य रहते है पत्रकार तो वह है जो अपने जीवन को खतरे में डालकर गांव गली में जाकर समस्याओ को एकत्रित करके शासन प्रशासन के माध्यम से उनका निराकरण कराने का प्रयास करते है। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती एवं देवार्षि नारद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपजा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दीपक अग्रिहोत्री ने कहा कि आज ही के दिन 30 मई 1826 को हिन्दी का प्रथम अखबार उदंत मार्तण्ड का प्रकाशन कोलकाता से कानपुर के पं.जुगल किशोर शुक्ला ने किया था इसी दिन देवर्षि नारद जी की जयंती भी थी इसलिए उपजा वर्ष 1986 से लगातार जनपद जालौन से हिन्दी पत्रकारिता दिवस एवं देवर्षि नारद जयंती का आयोजन करती आ रही है। आयोजन का यह 39वां वर्ष है। देश की आजादी में राजाराम मोहन राय गणेश शंकर विद्यार्थी (आज) हिन्दी दैनिक के संस्थापक राष्ट्र रतन शिवप्रसाद गुप्त का महत्वपूर्ण योगदान है। जनपद जालौन की पत्रकारिता में पं.राधेश्याम दांतरे, यज्ञदत्त त्रिपाठी, नागरमल तरसौलिया, अयोध्या प्रसाद कुमुद, नाथूराम निगम, विनोद गौतम, रमेशचंद्र गुप्ता, कृष्णबल्लभ भारती दुबे आदि सैकड़ों पत्रकारों का हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में अभूतपूर्व सराहनीय योगदान है।

पत्रकारिता के स्तंभकार के रुप में जाने, जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार के0पी0सिंह ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में जालौन जनपद के पत्रकारों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होने कहा कि साथी विनोद गौतम एवं देवेन्द्र शुक्ला के वे आभारी है जिन्होने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी। उन्होने स्वर्गीय विनोद गौतम एवं युवा साथी स्वर्गीय प्रदीप त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी। उन्होने कहा कि इस जनपद का इतिहास बड़ा ही गौरवशाली रहा है। उन्होने कहा कि जब पत्रकारिता का इतिहास लिखा जायेगा तो उसमें जिले के हजारों लोगों का जिक्र होगा। उन्होंने कहा कि श्रवण कुमार द्विवेदी ने ग्रामीण पत्रकारों का हौसला बढ़ाकर ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत करने का काम किया है।

विशिष्ट अतिथि के रुप में ग्रामीण पत्रकार एसोसियेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण कुमार द्विवेदी ने कहा कि चाहे पत्रकारिता का क्षेत्र हो या फिर अन्य क्षेत्र हो किसी भी क्षेत्र में मनोयोग से परिश्रम करोगे तो कामयाबी निश्चित रुप से मिलेगी और इसका उदाहरण उपजा जिलाध्यक्ष अरविन्द द्विवेदी है जिन्होने कड़ी मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया।

बुन्देलखण्ड के वरिष्ठ समाजसेवी डा हरीमोहन पुरवार ने हिन्दी पत्रकारिता के योगदान पर महत्वपूर्ण संदर्भो की जानकारी दी।वरिष्ठ नेता कांग्रेस कमल दोहरे ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस की बधाई देते कहा कि हिन्दी पत्रकारिता के लिए इस जिले का भी नाम आता है। पत्रकारों से कहा कि वे अपनी लेखनी पारदर्शिता पूर्ण निष्पक्ष रखे क्योंकि जनता अखबार पर बड़ा भरोसा करती है।

पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता पहले भी मजबूत थी आज भी है और आगे भी रहेगी। उन्होने कहा कि कुछ लोग पत्रकारों का मूल्यांकन करने लगते है उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए, अगर कोई सुधार करना है तो इसका मूल्यांकन पत्रकार ही करेंगे। उन्होने हिन्दी पत्रकारिता पर विस्तार से चर्चा की। वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा ने अपनी एक कविता के माध्यम से हिन्दी पत्रकारिता का महत्व बताया। समाजसेविका गरिमा पाठक ने कहा कि पत्रकार अपनी कलम से सच्चाई को दर्शाता है।

भाजपा नेता लक्ष्मणदास बाबानी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता का आज भी महत्व कम नही हुआ सर्वाधिक पाठक हिन्दी अखबार के है। सतीश द्विवेदी व भरत द्विवेदी कदौरा ने कहा कि आज हिन्दी भाषा पर अंग्रेजी हाबी हो रही है इस पर आत्मचिन्तन की जरुरत है।मदन दुहौलिया, अनिल वाजपेयी, अखिलेश सविता, ओपी तिवारी, बेवू चौहान ने हिन्दी पत्रकारिता की सभी को बधाई दी। डा.गिरीश चतुर्वेदी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता का अपना एक विशेष महत्व है। शांति स्वरुप महेश्वरी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता न कभी कमजोर हुई न कभी कमजोर होगी। उन्होने पत्रकारो की एकजुटता पर जोर दिया। डा.मुकेश सक्सेना ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता को सम्बल प्रदान करने के लिए आगे आना चाहिए। पत्रकार विष्णु चतुर्वेदी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता आज भी मजबूती के साथ खड़ी है पत्रकारिता में गिरावट आयी लेकिन इसके लिए पत्रकार ही जिम्मेदार है। धर्मेन्द्र द्विवेदी व राजेश द्विवेदी ने कहा कि पत्रकारों को सैद्धांतिक रुप से सच्चाई की ओर जाना होगा। सतीशचंद्र द्विवेदी कालपी ने भी हिन्दी पत्रकारिता को बढ़ावा देने की बात कही।
समाजसेवी युद्धवीर कंथरिया ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में नई-नई चुनौतिया आ रही है लेकिन वे उपजा की सराहना करते है कि हिन्दी पत्रकारिता मजबूती देने के लिए प्रतिवर्ष निरंतर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है इससे युवा पत्रकारों को हिन्दी पत्रकारिता सीखने का अवसर मिलता है। डा.शलिल तिवारी ने कहा कि प्रयास होना चाहिए कि हिन्दी पत्रकारिता को मजबूती के साथ आगे ले जाये। सुनील शर्मा ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस हम देवर्षि नारद जी की जयंती के रुप में मनाते है। हिन्दी पत्रकारिता जटिल इसलिये है कि हिन्दी में एक शब्द के 10 शब्द होते है सपा के प्रदेश सचिव प्रदीप दीक्षित ने कहा कि परिवर्तन जीवन का अंग है। परिवर्तन हुआ स्पेशल मीडिया का प्रचलन बढ़ा लेकिन हिन्दी पत्रकारिता आज भी मजबूती के साथ खड़ी है। वरिष्ठ पत्रकार सुधीर पाठक एवं कमलकांत द्विवेदी ने भी हिन्दी पत्रकारिता को और प्रबल प्रखर बनाने की बात कही।
कार्यक्रम में वरिष्ठ सपा नेता लाखन कुशवाहा, समाजसेवी केके गहोई, अवध किशोर द्विवेदी, सपा नेता वीरेन्द्र यादव, शांति स्वरुप महेश्वरी, वृजेश बादल, पवन कुमार, अकील अहमद, कुलदीप गोस्वामी, रमाशंकर शर्मा, अखिलेश कुमार, गोविन्द सिंह दाऊ, सुरेन्द्र बाबू दोहरे, कमलकांत दुबे, चंद्रकांत दुबे, कृष्णा दुबे, जगदीश शरण नीखरा, हरीमोहन शर्मा, सौरभ अग्रिहोत्री, अभिषेक द्विवेदी, मानवेन्द्र मिश्रा, मनीष चक्रवर्ती, सोनू महाराज, शिवांग शुक्ला, अमित यादव, अनिल वाजपेयी, पवनदीप निषाद, मनोज पाण्डेय, शिवम तोमर इटौरा, बिहारीलाल कुशवाहा, वीरेन्द्र सिंह चौहान, अभिषेक द्विवेदी, मानवेन्द्र नाथ मिश्रा, मुकेश, बिहारी लाल, राहुल एट, धीरज कुमार शर्मा, पूरन प्रताप, राजीव कुमार, राकेश बाथम, विनय कुमार, रमाकांत त्रिपाठी, सुरेन्द्र कुमार तिवारी, जगत यादव, वीरेन्द्र यादव, रामबाबू रजक, सुशील तिवारी, गोपाल विश्रोई, ओ.पी तिवारी, पवन कुमार, मयंक गुप्त, राममनोहर यादव, अनिल शर्मा एडवोकेट, किशन कुमार, वीर सिंह परिहार, लवकुश त्रिपाठी, शिवम दुबे, राकेश कुमार तिवारी, रामआसरे त्रिवेदी अध्यक्ष सिटी रिपोर्टर संघ, मुन्नालाल चौरसिया, वीरेन्द्र ऋगीऋषि, अनूप लोचन, ज्ञानेन्द्र सेठ मीडिया हाउस कोंच, राहुल राठौर कोंच, नीरज खरे, मानवेन्द्र यादव, प्रशांत सिंह, अनवार मंसूरी, सुमेश राम जोधपुर, जितेन्द्र जोधपुर, किशन लोधी, रुद्र प्रताप सिंह लल्ले पूर्व प्रधान बिनौरा वैद, संजय शर्मा, राकेश व्यास, राजेश द्विवेदी, तपेश्वरी तोमर, अमित सोनी, संजय सोनी, धर्मेन्द्र स्वामी, डा.अनीस कोटरा, दिलीप द्विवेदी, बमभोला पाठक ईटो, गोपाल द्विवेदी गोहन, मेहरवान सिंह, राजकुमार चतुर्वेदी, शिवाकांत कुलश्रेष्ठ, नरेन्द्र सैनी वेंकटेश, कमलेश कुमार उपाध्यक्ष, राकेश प्रजापति, सुरेन्द्र राजावत, डा.गरिमा पाठक, देवेन्द्र अहिरवार, दीपक वर्मा, विपिन सेठ, राजेश बाल्मीकि, वरिष्ठ पत्रकार सुनील शर्मा लल्ला, दीपू द्विवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता हरेन्द्र विक्रम, कमल दोहरे, रामबाबू कौशल, आशीष पाल, विमल किशोर, महेश स्वर्णकार जालौन, पुष्पेन्द्र यादव, के.सी.याज्ञिक, अवनीश कुमार, प्रत्यूश शुक्ला, वृजेश तिवारी आटा, अखिलेश सविता, दीपक वर्मा, देवेन्द्र आदि मौजूद रहे।