भालू के पित्त की तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया

Uttarakhand

पिथौरागढ़। जनपद़ में भालू के पित्त की तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वन्य जंतुओं के अंगों की तस्करी के मामले में पुलिस, एसओजी और वन विभाग की संयुक्त टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक महिला शामिल है। दोनों से पांच सौ छह किलोग्राम भालू की पित्त बरामद की गई है।
मुनस्यारी क्षेत्र के अंतर्गत वन्य जंतु अंगों की तस्करी की सूचना पर पुलिस, एसओजी और वन विभाग की संयुक्त टीम अलर्ट हो गई। टीम ने आईटीबीपी बैंड के पास चेकिंग लगाकर चौकस हो गई। कुछ ही देर में उधर एक महिला और युवक गुजर रहे थे।टीम ने संदेह होने पर भवानी देवी उर्फ गीता देवी निवासी जौलजीबी और राजेंद्र प्रकाश निवासी मटेना मुनस्यारी की तलाशी ली। दोनों से 0.506 किलो भालू की पित्त बरामद हुई। भालू की पित्त का उपयोग यौनवर्द्धक माना जाता है। जिसके चलते इसकी तस्करी होती है। बाजार में इसकी भारी मांग है। गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों के खिलाफ वन्य जंतु अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। पुलिस इस मामले में दो और लोगों की तलाश कर रही है। भालू की पित्त कहां से लाई गई और कहां ले जायी जा रही थी इसका खुलासा पुलिस ने नहीं किया है।
वन्य जंतु अपराध से जुड़े इस मामले में आगे की समस्त कार्रवाई वन विभाग करेगा। तस्करों को गिरफ्तार करने वाली टीम में मुनस्यारी के थाना प्रभारी मुनव्वर हुसैन, एसओजी प्रभारी हरीश सिंह, वन क्षेत्राधिकारी लवराज पांगती शामिल थे।

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