देहरादून -अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन उत्तराखंड की आपात बैठक में देवभूमि उत्तराखंड में वर्तमान बिगड़ते परिवेश पर गहन विचार हुआ, जिसमें देवभूमि उत्तराखंड में अध्यात्मिक, सात्विक और सामाजिक परिवेश को आघात करने के अनेकानेक प्रयास किये जाने लगे हैं। ज्ञातव्य है कि विगत दिनों सदन में उत्तराखंड सरकार के एक केबिनेट मंत्री के मुंह से निकले एक शब्द, जिसके लिए केबिनेट मंत्री द्वारा माफी मांगी जा चुकी है।
हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी देश के विभिन्न सर्व मंचों पर सार्वजनिक रूप से घोषणा कर चुके हैं कि “एक है तो सेफ है” तथा “बटोगे तो कटोगे” जैसे प्रेरित उद्घोष से हमें शिक्षा प्रदान करते हैं, किन्तु देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी परिवर्तन के संदेश चिंता किए बिना हम कथित भूमिका के भागी बन रहे है।
देवभूमि उत्तराखंड में दुःखद परिस्थितियों का निर्माण करते हुए देवभूमि उत्तराखंड प्रदेश में सबसे अधिक जी एस टी तथा आयकर प्रदान करने वाले सर्वसमाज को निरंतर निशाना बनाये जाने का अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन खुलकर विरोध करती है। इससे सर्वसमाज में रोष व्याप्त है।हमारी संस्था सरकार और भाजपा के प्रतिभावान नेतृत्व से अनुरोध करती है कि इस प्रकार के प्रकरणों का शीघ्रतम पटाक्षेप करवाते हुए राज्यहित में डेमोग्राफी का संरक्षण करके सरकार और पार्टी को ऊर्जा हेतु, राज्य के विकास हेतु, प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजन हेतु स्वस्थ एवं भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश निर्माण हेतु सौहार्द पूर्ण वातावरण निर्माण करवाने का कार्य करें। जिससे देवभूमि उत्तराखंड राज्य अपने रजत जयंती वर्ष में नये कीर्तिमान स्थापित करें।
अग्रवाल वैश्य समाज के अनेक वरिष्ठ नागरिकों ने इस बैठक में उपस्थित होकर शासन प्रशासन से इस प्रकरण को अविलंब समाप्त करवाने का अनुरोध किया।