उरई। श्री गणेश महा महोत्सव के पावन पर्व पर इन्टैक उरई अध्याय, प्रांतीय कला धरोहर समिति संस्कार भारती और भारत विकास परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा उरई के संयुक्त तत्वावधान में चूड़ी वाली गली स्थित श्रीमती संध्या पुरवार के निज निवास पर श्री गणेश प्रदर्शनी लगाई गई । इस श्री गणेश प्रदर्शनी का उद्घाटन अपने जनपद जालौन की जी एस टी विभाग के डिप्टी कमिश्नर अमित यादव जी ने शंख ध्वनि के मध्य श्री गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित तथा पुष्प अर्पित कर किया।
मुख्य अतिथि अमित यादव जी ने कहा कि यह प्रदर्शनी देखकर मैं अविभूत हूं और श्री गणेशजी का इतना वृहद संग्रह मैंने अभी तक नहीं देखा है ।उन्होंने आगे कहा कि आपका यह संग्रह वास्तव में बहुत अतुलनीय और दृष्टव्य है। मैआपके धैर्य की बहुत प्रशंसा करता हूं।
इस प्रदर्शनी में डा हरीमोहन पुरवार के द्वारा कालपी के हस्त निर्मित इको फ्रेंडली कागज की कतरनों से तैयार की गई श्री गणेश जी के विभिन्न स्वरूपों से युक्त लगभग 100 से अधिक क्राफ्ट पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई ।इनके साथ बुंदेली शैली की लगभग 100 वर्ष प्राचीन 10 पेंटिंग्स उड़िया शैली की ताडपत्र पर लोहे की कलम से उकेरी गई 20 पेंटिंग्स तथा भोजपत्र पर बनाई गई कई पेंटिंग्स भी प्रदर्शित की गई।
इस प्रदर्शनी में इंडोनेशिया चैस्का , नेपाल, थाईलैंड ,पलाऊ आदि देशों के डाक टिकटों के साथ-साथ श्री गणेश जी के चित्रों से युक्त मुद्राएं भी प्रदर्शित की गई। दक्षिण भारत की मदुरई, विजयनगर ,शिवगंगा, मैसूर आदि रियासतों की 15वीं से 16वीं शताब्दी की लगता में मुद्राओं के साथ-साथ तमाम रजतीय, ताम्रीय टेंपल टोकेंस भी प्रदर्शनी का विशेष अंग बने । चौथी शताब्दी के टेराकोटा की श्री गणेश मूर्ति चौदहवीं शताब्दी की बलुआ पत्थर से निर्मित श्री गणेश मूर्तियों के साथ-साथ नवरत्नों तथा 6 उप रत्नों की लघु मूर्तियां विशेष आकर्षण का केंद्र रही ।श्री गणेश मूर्ति से युक्त पीतल की आजचमानियों के साथ-साथ लगभग डेढ़ सौ 200 वर्ष प्राचीन श्री गणेश जी से संबंधित हस्तलिखित पांडुलिपियां इस प्रदर्शनी की विशेष धरोहर रहीं।
इस प्रदर्शनी में लगभग 20 ऐसे शंख भी प्रदर्शित किए गए जिन्हें मलुस्का समुदाय के समुद्री जीवों ने अपनी लार से श्री गणेश जी का स्वरूप प्रदान किया ।यह सभी शंख दुर्लभ एवं विस्मयकारी हैं । प्रदर्शनी में डॉक्टर हरिमोहन पुरवार द्वारा निर्मित श्री गणेश जी के विभिन्न फ्रिज स्टिकर भी प्रदर्शित किए गए। प्रदर्शनी में प्रदर्शित समस्त सामग्री श्रीमती संध्या पुरवार व डॉक्टर हरीमोहन परिवार के निजी संग्रह से प्रस्तुत की गई ।
डॉक्टर हरीमोहन पुरवार व डॉक्टर उमाकांत गुप्ता ने अंगवस्त्र भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के अंत में श्रीमती संध्या पुरवार व श्री मती उषा सिंह निरंजन नेअतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट किए। प्रदर्शनी अवलोकन में श्रीमती प्रियंका अग्रवाल राहुल पाटकर कुमारी काजल राजपूत श्रीमती अनीता गुप्ता श्रीमती मंजू रावत श्रीमती मनीषा द्विवेदी श्री मनोज राजा डा आलोक पुरवार, श्रीमती तृप्ति पुरवार आदि की विशेष भागीदारी रही। कार्यक्रम के अंत में भारत विकास परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा के अध्यक्ष डॉ उमाकांत गुप्ता ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।