*मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर मे 2600 लाभार्थियों को किया नजूल भूमि पट्टा का निःशूल्क वितरण
*मुख्यमंत्री धामी ने 403 लोगों को दिया निज आवास का तोहफा/ प्रदान किया स्वामित्व पत्र
*मुख्यमंत्री ने 56704.93 लाख के 222 विकास कार्यो का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
रुद्रपुर (उतराखन्ड)-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रपुर के गाँधी पार्क में आयोजित नजूल भूमि का निशुल्क पट्टा वितरण एवं किफायती आवास आवंटन कार्यक्रम में 2600 लाभार्थियों को नजूल भूमि के पट्टे वितरित किये तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 403 लोगों को स्वामित्व पत्र प्रदान किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 56704.93 लाख के 222 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने पुलिस लाईन में शक्ति वंदन अभियान के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री के वर्चुअल संवाद में भी प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें निजी रूप से भी इस बात की बहुत खुशी है कि आज आखिरकार वो दिन आ गया जब आप सभी को अपने सपनों का आशियाना बनाने के लिए पट्टा मिल रहा है, क्योंकि आजादी के बाद यह पहला मौका है जब आप लोगों को मालिकाना हक का पट्टा मिल रहा है। इसके लिए जितना संघर्ष आप लोगों ने किया है उतनी ही मेहनत करनी हमारी सरकार ने भी की है।

उन्होंने कहा कि जब हाई कोर्ट ने नजूल नीति को खारिज कर दिया था और भूमि को खाली करने का आदेश दे दिया था , हमारी सरकार इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट लेकर गई, हमनें आपके हक की लड़ाई लड़ी। सुप्रीम कोर्ट में आप सबकी जीत हुई, हम जीते क्योंकि हमारे साथ केंद्र सरकार व आप सभी का आशीर्वाद था। इसके बाद हमनें विधानसभा में कानून पास किया, नजूल नीति 2021 लागू की, तमाम कानून प्रक्रियाएं अपनाई, तब जाकर आपको यह पट्टा देने में सफलता मिली है। इतना ही नहीं, हमारी सरकार ने ये सुनिश्चित किया कि पट्टा लेने के लिए आपको भाग दौड़ ना करनी पड़े बल्कि सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी-अधिकारी खुद आपके दरवाजे तक चल कर आएं और सारे जुरुरी काम निपटाएँ। हमारी सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस पूरी प्रक्रिया में लाभार्थी परिवारों का एक भी रुपया खर्च नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भी एक साधारण परिवार से हैं, गांव में जन्मे और पले-बढ़े हैं तथा जिंदगी के संघर्षों को करीब से देखा समझा है। लोगों की जिंदगी का अधिकांश समय मूलभूत आवश्यकताओं रोटी, कपड़ा और मकान की समस्याओं को सुलझाने में ही गुजर जाता है। ऐसे में घर बनाना किसी बड़े सपने से कम नहीं होता है, शहरी क्षेत्रों में तो घर बनाने के लिए जमीन खरीदना भी एक बड़ी बात होती है। आज जब आपको यह पट्टा मिल रहा है तो उन्हें खुशी हो रही है कि आपका सपना पूरा हो रहा है। अब आप इस भूमि पर अपने सपनों का आशियाना बना सकते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की सच्ची हितैषी है, नजूल नीति का सरलीकरण करके हमनें शहरवासियों को बड़ी सौगात दी है , आप सबको मालिकाना हक मिलने से कालोनियां विनियमित हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि ये अभी पहला चरण है जिसमें 2600 परिवारों को मालिकाना हक का पट्टा दिया जा रहा है, अभी भी जो पात्र परिवार बचे हुए हैं उनको पट्टा दिलाने की प्रकिया पूरी की जा रही है, बहुत जल्द ही उन्हें भी उनके सपनों का घर बनाने के लिए पट्टा मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की कथनी और करनी में कोई अन्तर नहीं है, हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र के साथ, जनता से किये हुए वायदों को पूरा कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार वंचितों, शोषितों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की समृद्धि और उत्थान के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही है। हम सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार के हर महकमें को आपके दरवाजे तक भेज रहे हैं ताकि आर्थिक रूप से गरीब लोगों का जीवन सरकारी दफ्तरों का चक्कर काटने में ना बीते। इस प्रकार का कार्य केवल हमारी सरकार ही कर सकती है, जिसने गरीब परिवारों के साथ सीधे संवाद किया है, उनकी समस्याओं को समझा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये डबल इंजन की सरकार है, हम आपके लिए जिस ईमानदारी और जनसेवा की भावना से कार्य कर रहे हैं वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से प्रेरणा लेकर उनके मार्गदर्शन में कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार आज पूरे भारत में विकास का एक नया आयाम स्थापित कर रही है। चाहे उज्जवला योजना के जरिए मातृ शक्ति को धुंए से मुक्ति दिलानी हो, चाहे आयुष्मान भारत योजना के जरिए मुफ्त में इलाज मुहैया करवाना हो या चाहे प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए हर पिछड़े, गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को घर देना हो।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार हर तरफ से भारत के लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठा रही है, सभी का उत्थान कर रही है। मोदी जी का उत्तराखंड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति और देवों के देव महादेव के प्रति उनके अटूट प्रेम से आप सभी अवगत हैं। उन्होंने कहा कि आज सड़क हो, बडे़ शिक्षण संस्थान हों, स्वास्थ्य हो या देव स्थानों का पुनर्विकास हो, हर तरह से केंद्र सरकार उत्तराखंड को तेजी से विकसित करने में अपना योगदान दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी एक अटल, अडिग और मजबूत इच्छाशक्ति वाले प्रधानमंत्री के रूप में विश्व के समक्ष उभरे हैं, उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति से प्रेरणा लेते हुए हमने भी उत्तराखंड के विकास और सुख शांति को बनाए रखने के लिए कई कठोर निर्णय लिए हैं और कई कठोर कानून बनाए हैं। हम महिलाओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए समान नागरिक संहिता का विधेयक लेकर आए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाया। युवाओं का भविष्य संवारने के लिए देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया। हमारी सरकार लैंड जिहाद को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार कार्यवाही कर रही है। अभी दो दिन पहले ही हमनें दंगा करने वाले दंगाइयों से ही सारे नुकसान की भरपाई का नियम लागू किया है। ऐसे तमाम काम हमने कर दिखाए, जिनके बारे में कभी सोचा नहीं जा सकता था। उन्होंने कहा कि नजूल भूमि का मालिकाना हक देने के बारे में भी हमसे पहले की सरकारों ने कभी गंभीरता से सोचा नहीं था लेकिन हमनें आपके बारे में सोचा और असंभव सा दिखने वाला यह कार्य भी कर दिखाया। उन्होंने कहा कि आपको यह मालिकाना हक मिलना हमारी सरकार का सरलीकरण, समाधान, सन्तुष्टि के साथ-साथ विकल्प रहित संकल्प की मूल भावना का ही परिणाम है।
मुख्यमंत्री ने नजूल भूमि के फ्री होल्ड के लाभार्थी रविन्द्र नगर के विवेक तिवारी एवं शिव नगर की मेघना से वार्ता की। उक्त दोनों लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने शिवनगर के परमजीत कौर, रिंकू सिंह, सूरज पाल, आँचल वर्मा, शिवानी, पहाड़गंज के विक्की सिंह, राजेंद्र पाल, गौरव सिंह, जय प्रकाश, सूरज सिंह बिष्ट, अरविंद कुमार, दरिया नगर के मोनिका मैसी, फूलमती, भगत सिंह अधिकारी, मनमोहन शर्मा, भूतबंग्ला के ओमवती, परवीन जहाँ, मीना, शकील अहमद एवं राजेन्द्र को नजूल भूमि का फ्री होल्ड का प्रमाण पत्र देकर बधाई दी।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सभी लाभार्थियों को बधाई व शुभ कामनाएं दी। इस अवसर पर विधायक शिव अरोरा ,
विधायक अरविंद पाण्डे, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कपूर (डब्बू), मण्डलायुक्त दीपक रावत आदि उपस्थित थे।