देहरादून -आरएनआई की एडवाइजरी की आड़ में लघु समाचारपत्रों के प्रकाशकों को पीआईबी देहरादून आफिस मे धूप में लाइन मे खडा कर अपमानित किए जाने की सूर्यजागरण की खबर का बडा असर हुआ है। न्यूज़ प्रकाशन से बौखलाए अनिल दत्त शर्मा ने सूर्यजागरण न्यूज़ पोर्टल के सम्पादक सुरेन्द्र अग्रवाल का मोबाइल नंबर ब्लाक कर कुछ इस तरह अनर्गल प्रलाप किया।-
A-मै सज्जनता से पेश आ रहा हूं और तुम न्यूज़ छाप रहे हो
अनिल दत्त शर्मा सूर्यजागरण न्यूज़ पोर्टल के सम्पादक को देखते ही भड़क गए। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैंने तुमसे सज्जनता से बात की थी और तुमने न्यूज़ लगा दी।
इस पर सूर्यजागरण के सम्पादक ने उनकी गलतफहमी दूर करते हुए स्पष्ट किया कि मै एक आम नागरिक हूं और तुम एक लोकसेवक हो। तुम्हारी ड्यूटी है कि आगुन्तक से शिष्टाचार से पेश आओ।
B– समाचारपत्र की प्रतियां जमा करना मेरा काम नहीं है,यह आरएनआई का काम है, उसे स्वयं करना चाहिए –
अनिल दत्त शर्मा तो आरएनआई तक पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि वह पीआईबी के अधिकारी हैं आरएनआई के नहीं।
आरएनआई को अपनी व्यवस्था खुद बनाना चाहिए। एक ही मिनिस्ट्री होने की वजह से उन पर जबरन थोप दिया गया है
C-प्रकाशकों को लाईन में लगना ही पडेगा–
अनिल दंत शर्मा से जब सोमवार को प्रकाशकों को कड़ी धूप मे एक डेढ घन्टा तक लाइन मे लगवाकर अपमानित किए जाने पर जब उनकी प्रतिक्रिया जानी गई। तो उन्होंने दो टूक कहा कि उत्तराखंड मे तीन हजार अखबार है। जब आरएनआई ने तो कोई सुविधा दी ही नहीं है,तो प्रकाशकों को लाइन में लगवाएगे ही।
D-दिल्ली जाकर मंत्री को बताएं, हमें नहीं –
सूर्यजागरण द्वारा जब अनिल दत्त शर्मा से यह कहा गया कि पहले व्यवस्थांए दुरुस्त कर ली जातीं,तब अखबार जमा करना शुरू किया जाता,इस पर वह पुनः भडक गए। वह कहने लगे कि मंत्री को जाकर कहो, मुझसे नहीं।
E-लघु समाचारपत्रों के सम्मान की लडाई लडता लडेगा
सूर्यजागरण -पीआईबी के देहरादून कार्यालय मे प्रकाशकों के साथ अपमानजनक व्यवहार किए जाने की लडाई सूर्यजागरण न्यूज़ पोर्टल उस समय तक जारी रखेगा,जब तक पीआईबी का देहरादून कार्यालय प्रकाशकों से सम्मानजनक व्यवहार न करने लगे।
(अनर्गल प्रलाप की अगली किश्त मे पढें-पीआईबी के क्षेत्रीय अधिकारी अनिल दत्त शर्मा “सेफ्टी” का हवाला देकर प्रकाशको को कैसे डराने मे जुटे हैं )

