*प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर का अंश, ऐसी भारतीय मान्यता और प्रत्येक व्यक्ति स्वावलंबी बने, यह सहकार भारती का ध्येय
चित्रकूट। सहकारिता का काम भी ईश्वरीय सेवा से कमतर नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर का अंश है, ऐसी भारतीय मान्यता है और प्रत्येक व्यक्ति स्वावलंबी बने, यह सहकार भारती का काम है। इसलिए सहकारिता के क्षेत्र में कार्यरत प्रत्येक जन ईश्वर का काम कर रहा है। उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख एवं सहकार भारती के पालक अधिकारी श्री मिथिलेश जी ने कहीं। वह रविवार को उद्यमिता पीठ में चल रही सहकार भारती की दो दिवसीय (9-10 सितंबर) प्रदेश कार्यसमिति के समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने शताब्दी वर्ष के लिए पंचमुखी कार्ययोजना तय की है। इसके एक मुख अर्थात अभियान ‘सामाजिक कार्य’ को प्रत्येक भारतीय को अपने हाथ में लेना चाहिए। इसके तहत कुटुम्ब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी भाव जागरण एवं नागरिक शिष्टाचार को समृद्ध करने के लिए समाहित किया गया है। इससे पूर्व आचार्य नौलेश दीक्षित ने भगवान राम की तपोभूमि में सहकार भारती के कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह ऋषियों की भूमि है, जो भी यहां संकल्प लेंगे वह अवश्य पूर्ण होगा। उन्होंने गोवंश संरक्षण के लिए भी सहकार भारती के कार्यकर्ताओं से अपील की। उन्होंने कहा कि सहकारिता से ही गायों को उपयोगी बनाया जा सकता है।

सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ.बीके जैन ने कहा कि आजादी के बाद सहकारिता के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है। सहकारिता के माध्यम से हम स्वावलंबी बन रहे हैं। डॉ.जैन ने कहा कि पृथक सहकारिता मंत्रालय बनाना बड़ी उपलब्धि है। संस्कार के बिना सहकार संभव नहीं है। प्रत्येक कार्यकर्ता को ईमानदारी और अनुशासित होना पड़ेगा। राष्ट्रीय मंत्री सुनील गुप्ता ने कहा कि चित्रकूट में समेकित ग्रामीण विकास की अवधारणा को सिद्ध करने वाले नानाजी देशमुख के दर्शन हुए। उन्होंने आर्थिक स्वालंबन की कल्पना को साकार किया। उन्होंने सहकारिता की उपलब्धियां पर प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने सहकार भारती के कार्यकर्ताओं को गुटबाजी से बचने के निर्देश दिए। कहा कि किसी संगठन में मतभेद हो सकता है, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए नहीं तो संगठन का चलना मुश्किल हो जाता है।
मीडिया प्रमुख ओंकार सिंह ने बताया कि कार्यकारिणी बैठक के 8वें सत्र में बी-पैक्स संबंधी नए बायलॉज की जानकारी विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रमुख डीपी पाठक ने दी। 9वें सत्र में प्रदेश महामंत्री डॉ.प्रवीण सिंह जादौन ने आगामी कार्ययोजना एवं पूर्व के कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। 10वें सत्र में प्रदेश संगठन प्रमुख डॉ.अरुण कुमार सिंह ने वृत्तनिवेदन प्रस्तुत किया जिसमें। उन्होंने स्वावलंबी भारत अभियान और गंगा सहकार योजना के क्रियान्वयन की कार्ययोजना समझाई। 11वें सत्र में प्रदेश कोषाध्यक्ष शिवेंद्र प्रताप सिंह ने आय-व्यय की जानकारी प्रदान की।
प्रदेश कार्यसमिति में विभिन्न जिलों से आए 400 दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान नगर पालिका परिषद कर्वी के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार गुप्ता, सहकार भारती के प्रदेश संगठन प्रमुख डॉ.अरुण कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंद्र अवस्थी, अजय राय, हिरेंद्र कुमार मिश्रा, अरुण कुमार सिंह, आसिफ जमाल, प्रदेश मंत्री अरविंद दुबे, महेंद्र सोनी, प्रदेश संपर्क प्रमुख अशोक कुमार शुक्ला, प्रदेश कोषाध्यक्ष शिवेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश सोशल मीडिया प्रमुख डॉ.अतुल मोहन सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शिवसागर सिंह चौहान, संजय सिंह राठौर, आदर्श श्रीवास्तव, रवितेश प्रताप सिंह सोमवंशी, चित्रकूट विभाग के संयोजक प्रेम सागर दीक्षित, सह संयोजक सारंगधर मिश्रा, चित्रकूट जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार त्रिपाठी परमहंस, जिला महामंत्री कुलदीप सिंह, जिला उपाध्यक्ष दुर्गेश कुमार द्विवेदी, कार्यकर्ता लवकुश सिंह रामसागर चतुर्वेदी, सुनील कुमार द्विवेदी, बृजेश सिंह, प्रवीण भार्गव मौजूद रहे।