पवन अग्रवाल को उनके ही पुत्र हर्षित ने बताया षड्यंत्रकारी व साजिश कर्ता/उरई के न्यायालय मे सगे भाईयों के बाद पुत्र ने भी ठोका मुकदमा

National Uttarakhand

*पवन अग्रवाल को कर्मो का फल मिलना हुआ शुरु
*पवन के इकलौते पुत्र हर्षित अग्रवाल ने अपने पिता पर लगाया षड्यंत्र व साजिश कर उनका पैतृक हक हड़पने का आरोप
*दो सगे बड़े भाईयों राजेन्द्र अग्रवाल व वीरेंद्र अग्रवाल ने भी उरई के न्यायालय मे किया है पवन के विरुद्ध फर्जीवाड़ा का मुकदमा दायर
*पवन पर मां सावित्री देवी की फर्जी वसीयत बनाकर बडी माता के समीप वाली दुकान को जबरन हड़पने का आरोप

बुन्देलखण्ड जालौन बार एसोसिएशन,भारत विकास परिषद, उद्योग व्यापार मंडल, भारतीय जनता पार्टी, उप्र जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा) से न्याय प्रदान करने

की अपील.

(सुरेन्द्र अग्रवाल द्वारा)

जालौन (उरई)सूर्यजागरण पूरी ईमानदारी व निर्भीकता के साथ सत्य प्रकाशन के लिए जाना जाता रहा है। इस आलेख मे अपनी वाकपटुता की बदौलत प्रमुख समाजसेवी होने का ढोंग करने वाले पवन अग्रवाल के असली चेहरे से जनपद जालौन के लोगों को पुष्ट सबूतों के साथ दो मामलो से अवगत कराया जा रहा है।
A-इकलौत पुत्र हर्षित अग्रवाल ने पिता पवन अग्रवाल पर ठोका मुकदमा:- पवन अपने ऊपर लगने वाले आरोपो को पारिवारिक विवाद बताकर अपना दामन बचाते रहे हैं, परन्तु अब तो पवन के इकलौते पुत्र हर्षित अग्रवाल ने उरई स्थित सिविल जज (सी डि) की अदालत मे पवन के विरुद्ध वाद संख्या 238 सन 2022 दायर किया है, जिसके बिन्दु 14 के उपबिन्दु “ब” मे तीन अन्य के साथ साथ अपने पिता पवन अग्रवाल पर साजिश व षड्यंत्र कर उनके विरासत मे प्राप्त हको को हड़पने का आरोप लगाया गया है।
इसी मुकदमे मे पवन अग्रवाल वाले निवास में भी हर्षित ने अपना पृथक हिस्सा मांगा है।


B- दो सगे बड़े भाई राजेन्द्र अग्रवाल, वीरेंद्र अग्रवाल भी उरई में ठोक चुके हैं मुकदमा
:- पवन पर पुत्र के अलावा दो सगे बड़े भाईयो ने भी एक मुकदमा उरई के सिविल जज (सी डि) की अदालत मे वाद संख्या 48 सन 2021 दायर किया है। इस मुकदमे के वाद पत्र के बिन्दु 8 मे उल्लेख किया गया है कि पवन ने गवाहों से दुरभि संधि कर मां के स्वामित्व वाली दुकान हड़पने की नीयत से कूटरचित व फर्जी वसीयत बनाई गई। इस मुकदमे में मां सावित्री देवी की कथित वसीयत को फर्जी व शून्य घोषित करने की मांग की गई है।
C- बुन्देलखण्ड जालौन बार एसोसिएशन से अपील:- अधिवक्ता समुदाय देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित वर्ग है। समाज मे होने वाले अन्याय के विरुद्ध सदैव मुखर विरोध करता आ रहा है। पवन के मुताबिक वह इस संस्था मे कनिष्ठ उपाध्यक्ष है। करबद्ध निवेदन है कि पवन पर लगे आरोपो पर उनके निर्दोष साबित होने तक समाज हित मे उन्हें पदमुक्त किया जाए और उनकी सदस्यता निलंबित की जाए।
D- भाजपा, उद्योग व्यापार मंडल,भारत विकास परिषद,उपजा से अनुरोध- उपरोक्त सभी संगठनों का समाज में विशिष्ट स्थान है। इन संगठनों ने सदैव मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी है। अतः अनुरोध है कि पवन पर लगने वाले आरोपो के दृष्टिगत पवन को उनके निर्दोष साबित होने तक अपने संगठन से पदमुक्त करने का कष्ट करें और संगठन की सदस्यता से निलंबित रखें।
E- पवन का असली चेहरा समझने मे इस आलेख के लेखक को ही लग गए 45 वर्ष :- पवन की वाकपटुता व चेहरे की मासूमियत की वजह से जालौन और उरई के अनेको गणमान्य लोग पवन से हमदर्दी जताते रहे हैं। इस आलेख के लेखक ने भी दशकों तक पवन को सदैव अनुजवत सहयोग व संरक्षण दिया है। पवन के असली चेहरे से वाकिफ होने मे पवन के इस बड़े भाई को ही 45 वर्ष लग गए हैं। तो उरई व जालौन के गणमान्य नागरिक पवन के छलावे से कैसे बचेगें।

(अगले प्रकाशनों मे शीघ्र पढें)
1- किसने न्यायालय के अभिलेखों मे पवन पर लगाया अपनी पूज्य मां सावित्री देवी पर निर्मम जुल्म ढाने,बाईपर से पीटने,व बन्धक बनाने का आरोप
2- किसने किया है पवन पर अपने हिस्से की आधी सम्पत्ति पर जबरन कब्जे के आरोप मे न्यायालय मे मुकदमा

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