जालौन (उरई)-समारोहो मे राष्ट्रप्रेम की बडी बडी बातें करने वाले कुछ लोगों की नीयत अपने लालच में इस कदर गिर चुकी है कि उन्होंने अब धार्मिक स्थलों की भूमि पर भी कुदृष्टि डाल दी है। ताजिया कमेटी जालौन के अध्यक्ष शमशाद खान के अनुसार पवन अग्रवाल द्वारा ख्वाजा पीर दरगाह की जमीन को हथियाने की कोशिश की जा रही है।
A-सम्पूर्ण समाधान दिवस मे लिखित शिकायत से मामले हुआ उजागर:-ऐसा एक वाकयात पिछले दिनों जालौन नगर मे सम्पूर्ण समाधान दिवस में सामने आया। ताजिया कमेटी जालौन के अध्यक्ष शमशाद खान के द्वारा उपजिलाधिकारी को दी गई लिखित शिकायत मे कहा गया है कि ख्वाजा पीर दरगाह की जिस जगह पर प्रति वर्ष ताजिया रखे जाते हैं,इसी स्थान पर उर्स होता हैं,उस स्थान को कब्जा करने की भू माफिया द्वारा कोशिशें शुरू कर दी गई है। शमशाद खान ने बताया कि वर्ष 1803 मे जगदीश लम्बरदार के पूर्वजो ने 19 डिसमिल जगह दी थी जो राजस्व अभिलेखों मे ख्वाजा पीर दरगाह के नाम पर दर्ज है।
B- अपने खेत पर जाने के लिए ख्वाजा पीर दरगाह की भूमि से होकर बना रहे थे रास्ता/ ट्रालियों से मिट्टी डालना भी कर दिया था शुरू- ताजिया कमेटी जालौन के अध्यक्ष शमशाद खान ने दूरभाष पर सूर्यजागरण से बात करते हुए बताया कि द्वारिकाधीश मंदिर के पास जनरल स्टोर की दुकान करने वाले पवन अग्रवाल का ख्वाजा पीर दरगाह के पीछे खेत है। पवन अग्रवाल द्वारा वीरेंद्र कुशवाहा/महेश कुशवाहा को रेस्टोरेंट हेतु जमीन को बेचने की सौदा तय हुई है। पवन अग्रवाल द्वारा ख्वाजा पीर दरगाह की जमीन से होकर रेस्टोरेंट मे जाने हेतु रास्ता बनाया जा रहा था। इसके लिए कार्य भी शुरू कर दिया गया था और ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी भी डलना प्रारम्भ कर दिया गया था। उनके द्वारा लिखित शिकायत करने पर मामला हुआ शान्त हुआ।
C- यदि विवादित है तो तोड देंगे प्लाट खरीदने का सौदा :- प्लाट के खरीददार महेश कुशवाहा ने दूरभाष पर बात करते हुए सूर्यजागरण को बताया कि उन्होंने 1600 रु प्रति स्क्वायर फिट की दर से पवन अग्रवाल से एक प्लाट की सौदा तय की है। ख्वाजा पीर दरगाह ने एतराज जताया है, यदि मामला विवादित है तो वह सौदा तोड देंगे और अपना बयाना वापस ले लेंगे।
D- जांच अधिकारी सफाई निरीक्षक देवेन्द्र ने भी माना कि मामला विवादित है:-शिकायत की जांच करनेवाले नगरपालिका जालौन के सफाई निरीक्षक देवेन्द्र जी ने सूर्यजागरण से बात करते हुए कहा कि अब जमीनो की कीमतें बेतहाशा बढ चुकी है, इसलिए एक एक इंच पर लडाईं हो रही है। शिकायत का संज्ञान लेते हुए उन्होंने मिट्टी हटवाने के लिए कह दिया था।
E- पवन अग्रवाल पर सगे भाइयों ने भी कूटरचित फर्जी तरीके से मां की वसीयत बनाने का लगाया है आरोप/न्यायालय मे चल रहा है मुकदमा :- पवन अग्रवाल भले ही अपनी वाकपटुता की बदौलत खुद को जालौन का प्रमुख समाजसेवी मानते हों, परन्तु उनकी वास्तविकता उनके ही सगे भाईयों द्वारा की कार्यवाही से मालूम पड़ती है। सगे भाईयों ने ही पवन पर कूटरचित ढंग से फर्जी वसीयत बनाने का आरोप लगाया है। जिसका मुकदमा भी न्यायालय में चल रहा है। यही नहीं मां के स्वामित्व वाली अचल सम्पत्ति को भी नगरपालिका के रिकार्ड मे गलत तरीके से पवन ने अपने नाम दर्ज करवा लिया है, जिसके विरुद्ध सगे भाईयों द्वारा नगरपालिका मे भी लिखित शिकायत दी जा चुकी है।
F- नगरपालिका का चैयरमेन बनने का रखते हैं मंसूबा :-अपनी वाकपटुता के बदौलत पवन ने अनेको संस्थाओ मे घुसपैठ कर रखी है। भारत विकास परिषद, व्यापार मंडल, अग्रवाल समाज सहित आधा दर्जन संस्थाओ मे महत्वपूर्ण पद हथिया रखा है। सूत्रो का तो यहां तक दावा है कि पवन अग्रवाल नगरपालिका का चैयरमेन बनने का भी ख्वाब देख रहे हैं।
