अहमदाबाद । देश में कोविड-19 की स्थिति में सुधार के बाद भारतीय क्रिकेट की रीढ़ रणजी ट्राफी की दो साल बाद गुरुवार को बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए सुरक्षित माहौल) में वापसी होगी। इस टूर्नामेंट में कई घरेलू क्रिकेटरों को लंबी अवधि की क्रिकेट में अपना जलवा दिखाने तो अंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को अपने टेस्ट करियर की संभावनाओं को बरकरार रखने का मौका मिलेगा।कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण देश की प्रमुख घरेलू प्रतियोगिता पर लगातार दूसरे साल खतरा मंडराने लगा था, लेकिन संक्रमण में कमी आने के बाद बीसीसीआइ ने इसका आयोजन करने का फैसला किया। ऐसे में बायो-बबल में हर तरह की तैयारियां करना चुनौती है। खिलाड़ियों को पांच दिन तक क्वारंटाइन पर रहना पड़ा, जिसके कारण उन्हें गुरुवार से शुरू होने वाले पहले दौर के मैचों से पहले केवल दो दिन अभ्यास का समय मिला। लेकिन, खिलाड़ी शिकायत करने के मूड में नहीं हैं। उन्हें खुशी है कि दो सत्र तक सीमित ओवरों के प्रारूप में खेलने के बाद आखिर उन्हें सबसे चुनौतीपूर्ण प्रारूप में खेलने का मौका मिल रहा है।सभी की निगाहें मौजूदा चैंपियन सौराष्ट्र और 41 बार के विजेता मुंबई के बीच होने वाले मैच पर टिकी रहेंगी, जिसमें रहाणे और पुजारा आमने-सामने होंगे। इन दोनों का लक्ष्य बड़ा स्कोर बनाना होगा, क्योंकि टेस्ट स्तर पर वह पिछले लंबे समय से ऐसा नहीं कर पाए हैं। ये दोनों अनुभवी बल्लेबाज नेट्स पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके कोच को लगता है कि वे बड़ी पारियां खेलेंगे। रहाणे और पुजारा को तुरंत ही प्रभाव छोड़ना होगा, क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम की घोषणा जल्द की जानी है।
यह सबसे कम अवधि का प्रथम श्रेणी सत्र होगा जिसमें प्रत्येक टीम को केवल तीन लीग मैच खेलने को मिलेंगे। ऐसे में उनकी मैच फीस प्रभावित होगी और उन्हें गलती सुधारने के ज्यादा मौके भी नहीं मिलेंगे। प्रियांक पांचाल, अभिमन्यु ईश्वरन और हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ियों पर भी निगाहें टिकी रहेंगी। भारत के अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों यश ढुल और राज अंगद बावा को प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिलेगा।
दिल्ली के कोच राजकुमार शर्मा ने कहा, ‘यह बहुत अच्छा है कि लाल गेंद से क्रिकेट फिर से शुरू हो रहा है। खिलाड़ियों को पिछले दो वर्षो में वित्तीय और कौशल के लिहाज से काफी नुकसान हुआ। वे सभी इस चुनौती के लिए तैयार हैं।’
इस बार ऐसे होगा आयोजन
–प्रतियोगिता में 38 टीमें भाग लेंगी। प्रतियोगिता देश के नौ स्थानों पर होगी, जहां नौ बायो-बबल तैयार किए गए हैं
–एलीट वर्ग में कुल आठ ग्रुप बनाए गए हैं, जिसमें से प्रत्येक ग्रुप में चार टीमें रखी गई हैं, जबकि एक अन्य प्लेट ग्रुप में छह टीमें हैं
-मैच राजकोट, कटक, अहमदाबाद, चेन्नई, तिरुअनंतपुरम, दिल्ली, हरियाणा, गुवाहाटी और कोलकाता में खेले जाएंगे
-एकमात्र प्री क्वार्टर फाइनल को छोड़कर नाकआउट चरण के मैच आइपीएल के बाद 30 मई से शुरू होंगे
-पहली पारी पूरी नहीं होने पर दोनों टीमों को एक-एक अंक दिया जाएगा
गुरुवार से शुरू हो रहे पहले दौर के मुकाबले
मैच, स्थान
कर्नाटक बनाम रेलवे, चेन्नई
हैदराबाद बनाम चंडीगढ़, भुवनेश्वर
बंगाल बनाम बड़ौदा, कटक
केरल बनाम मेघालय, राजकोट
गुजरात बनाम मध्य प्रदेश, राजकोट
मणिपुर बनाम अरुणाचल प्रदेश, कोलकाता
जम्मू-कश्मीर बनाम पुडुचेरी, चेन्नई
सौराष्ट्र बनाम मुंबई, अहमदाबाद
ओडिशा बनाम गोवा, अहमदाबाद
नगालैंड बनाम सिक्किम, कोलकाता
बिहार बनाम मिजोरम, कोलकाता
झारखंड बनाम छत्तीसगढ़, गुवाहाटी
दिल्ली बनाम तमिलनाडु, गुवाहाटी
महाराष्ट्र बनाम असम, रोहतक
विदर्भ बनाम उत्तर प्रदेश, गुरुग्राम
हरियाणा बनाम त्रिपुरा, दिल्ली
पंजाब बनाम हिमाचल प्रदेश, दिल्ली
सर्विसेज बनाम उत्तराखंड, तिरुअनंतपुरम
आंध्र बनाम राजस्थान, तिरुअनंतपुरम

