देहरादून- समाज हित के लिए सदैव समर्पित रहने वाले नागरिक सुरक्षा संगठन के मुख्य वार्डन डा सतीश अग्रवाल के ही पदचिन्हों पर ही उनके चिकित्सक पुत्र डा तेजस्वी अग्रवाल अग्रसर है। जिन्होंने लाखों रुपयों खर्च मे होने वाली “स्पाइन सर्जरी”को बेहद मामूली व्यय में कर मानव सेवा की अनुकरणीय मिसाल पेश की है। डा तेजस्वी ने अल्प समय मे ही “स्पाइन सर्जरी” जैसी जटिल पचास सर्जरी सफलतापूर्वक की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डा सतीश अग्रवाल के युवा पुत्र डा तेजस्वी अग्रवाल “स्पाइन सर्जरी” विशेषज्ञ हैं,जो देहरादून के धर्मावाला मे “स्वामी विवेकानंद हास्पिटल” में कार्यरत हैं।
डा तेजस्वी अग्रवाल ने मात्र 10 माह के अल्प समय मे “स्पाइन सर्जरी” जैसी जटिल पचास सर्जरी सफलतापूर्वक की है।

ज्ञातव्य है कि स्पाइन सर्जरी मे करीब पांच लाख रुपए का व्यय आता है लेकिन “स्वामी विवेकानंद हास्पिटल” मे पन्द्रह हजार जैसी मामूली धनराशि मे यह सर्जरी की जा रही है। डा तेजस्वी अग्रवाल की इस मानव सेवा का लाभ देहरादून के साथ साथ चकराता, विकासनगर,पांवटा साहिब, सहारनपुर एवं समीपस्थ क्षेत्रों की जनता को मिल रहा है।
**स्पाइन (रीढ़) स्वास्थ्य**
रीढ़ एक स्वस्थ मानव शरीर की रीढ़ बनी हुई है, स्थिरता का एक अनिवार्य और बहु कार्यात्मक स्तंभ है।
रीढ़ की हड्डी की चोटें और विकार अक्षमता का एक अपंग और दर्दनाक स्रोत हो सकते हैं। प्रभावित होने वाले अक्सर युवा कमाऊ होते हैं जिन्हें अक्सर कई दिनों तक काम से छुट्टी मिल जाती है, जिससे पूरे परिवार को परेशानी होती है। त्वरित और सटीक उपचार के लिए अग्रणी एक प्रारंभिक और सटीक निदान बहुत पीड़ा और कई मानव घंटों के नुकसान को रोक सकता है।
रीढ़ की बीमारियों के प्रबंधन में उपयोग किए जाने वाले निदान और उपचार के तौर-तरीके प्रौद्योगिकी और प्रत्यारोपण से संचालित होते हैं और इसमें रोगियों के लिए उच्च लागत शामिल होती है, और हमारे देश में अधिकांश लोगों के लिए यह वहन करने योग्य नहीं है।
पीठ और गर्दन का दर्द युवा श्रमिकों में विकलांगता और उत्पादकता में कमी के प्रमुख कारणों में से एक बना हुआ है, और तनावपूर्ण जीवनशैली के साथ यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
यहां स्वामी विवेकानंद चैरिटेबल अस्पताल में फरवरी 2022 में “डॉ तेजस्वी अग्रवाल “के नेतृत्व में स्पाइन सर्जरी विभाग शुरू किया गया और 26 फरवरी 2022 को रीढ़ की हड्डी की पहली सर्जरी की गई।
स्पाइन (रीढ़) की किसी भी सर्जरी में आमतौर पर कम से कम 4-5 लाख रुपये या उससे अधिक का खर्च आता है, जो निश्चित रूप से हमारे देश के अधिकांश लोगों के लिए वहन करने योग्य नहीं है, जिससे स्वास्थ्य सेवा का बोझ बढ़ जाता है।
धर्मावाला मे स्पाइन (रीढ़) की हड्डी की 50 से अधिक सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं और सर्जरी के बाद कोई बड़ी जटिलता नहीं हुई है और ओपीडी आधार पर रीढ़ की हड्डी के विकारों वाले 1500 से अधिक रोगियों का इलाज किया है।
** स्वामी विवेकानंद हास्पिटल धर्मावाला, देहरादून**
हमारे अस्पताल में की जाने वाली स्पाइनल सर्जरी/प्रक्रियाओं में सर्वाइकल सर्जरी, डोर्सल लेवल सर्जरी, लंबर लेवल सर्जरी, विकृति सुधार और दर्द ब्लॉक शामिल हैं। यहां एक स्पाइन सर्जरी की औसत लागत 15 – 20,000 रुपये से कम है जो स्वास्थ्य देखभाल के बोझ को कम करने में हमारी मदद करती है।
समझौता, या अत्यधिक बोझ वाली स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणालियों में रीढ़ की हड्डी की बीमारियों जैसे गैर-संचारी रोगों में सहायता प्रदान करने का तरीका जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्थानीय स्तर पर प्रबंधनीय बीमारियों को संदर्भित करने योग्य (विशेषज्ञ को) मामलों से अलग करने की शक्ति के साथ मजबूत करना होगा। “लाल झंडे” का उपयोग।
इसे अवहनीय आबादी के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए समाज के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को रीढ़ की हड्डी की बीमारियों से संबंधित सभी “लाल झंडों” के बारे में सिखाया गया। इससे दृष्टिकोण में भारी अंतर आया।
साथ ही ये स्वास्थ्य कार्यकर्ता रीढ़ की हड्डी की देखभाल के बारे में जागरूकता फैलाने और समाज में लंबे समय से प्रचलित रीढ़ की हड्डी के उपचार से संबंधित मिथकों को दूर करने में मदद करते हैं।
साल 2022 में हमने द स्पाइन फाउंडेशन ऑफ मुंबई के साथ पार्टनरशिप भी की। मुंबई के स्पाइन फाउंडेशन ने अप्रैल और अक्टूबर के महीनों में 2 प्रमुख स्पाइन सर्जरी शिविर आयोजित किए हैं। स्पाइन फाउंडेशन पूरे भारत में ग्रामीण रीढ़ की देखभाल प्रदान करने में अग्रणी है, जो हमारे अस्पताल को ग्रामीण स्पाइन केयर सेंटर भी बनाता है।
**जनता का स्वास्थ्य ही देश का स्वास्थ्य है**