देहरादून -ऐसे दौर में जब समाज में संवेदनाएं मर चुकीं हैं,पुस्तक की जगह हाथ में मोबाइल है ! किसी को किसी के लिए फुर्सत नहीं है ! संवाद हीनता को तोड़ते हुए मुंशी प्रेमचंद जैसे सबसे संवेदनशील साहित्यकार की जयंती मना कर इप्टा ने सराहनीय का किया है !
यह विचार सर्वोदय इंटर कालेज के सभागार में उरई इप्टा द्वारा प्रेमचंद जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में प्रधानाचार्य प्रदीप निरंजन ने व्यक्त किए ! मुख्य अतिथि पूर्व कमिश्नर शंभू दयाल जी ने आमंत्रित अतिथियों का दायरा बढ़ाने का सुझाव दिया !
लखनऊ से आए इप्टा राष्ट्रीय सचिव मंडल के ओमप्रकाश नदीम ने व्यवस्था पर चोट करती हुई ग़ज़ल प्रस्तुत को तो कृपाराम कृपालु ने क्रांतिकारी गीत गाया ! संगीत सुरेंद्र खरे व प्रदीप कुमार ने दिया !
मुख्य वक्ता देवेन्द्र शुक्ला ने प्रेमचंद की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रेम चंद का गोदान सहित सारा साहित्य किसानों की त्रासदी पर केंद्रित है और किसानों का शोषण आज भी बदस्तूर जारी है ! गोष्ठी को धनीराम इप्टा ने भी सम्बोधित किया !
इप्टा कालपी के संयोजक महेंद्र गौतम , लिटिल इप्टा लखनऊ की संयोजक सुमन श्रीवास्तव , प्रदेश इप्टा की उप महासचिव डॉ स्वाति राज , प्रीति गुप्ता आदि ने मुंशी प्रेमचंद पर निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभागी विभिन्न कालेजों ने छात्रों को पुस्तक एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया ! निबंध प्रतियोगिता में शहर के विभिन्न विद्यालयों के करीब पांच सौ छात्रों ने भाग लिया !
समारोह का शुभारंभ उरई इप्टा महासचिव दीपेंद्र कुमार रविता साखी सुभाषचंद्रा की टीम ने इप्टा गीत बजा नगाड़ा शांति का .....गाकर किया ! इप्टा राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य उरई इप्टा के मूलाधार राज पप्पन निर्देशित मूक नाटक सुनीता सुमन शिक्षण संस्थान के बच्चों ने अपने अभिनय से मंत्रमुग्ध करते हुए ' भाई चारा ' नाटक प्रस्तुत किया ! रंगारंग कार्यक्रम का संचालन प्रदेश इप्टा सचिव मंडल के संजीव गुप्ता ने किया !
अपर्णा पटेल संतोष दीक्षित अमजद आलम की उपस्थिति उल्लेखनीय रही अंत में कार्यक्रम की सफलता के लिए उरई इप्टा के उपाध्यक्ष डॉ धर्मेन्द्र कुमार ने सभी सहयोगियों , आगंतुक अतिथियों का आभार व्यक्त किया !