जालौन- आज पितृपक्ष का आखिरी दिन है। दो दशक पूर्व दिधंगत मां सावित्री अग्रवाल अपने वंशजों (अग्रवाल समाज) से पवन अग्रवाल द्वारा उन पर ढहाए गए अमानवीय जुल्मो पर न्याय मांग रही है। क्या जालौन का अग्रवाल समाज अपने समाज की एक सम्मानित बुजुर्ग पर ढाए गए जुल्मो पर न्याय देगा।
A-सिविल जज, उरई की अदालत मे सुरेन्द्र अग्रवाल द्वारा दाखिल लिखित जवाबदावा में लगाए गए हैं सनसनीखेज आरोप- मां सावित्री अग्रवाल पर अमानवीय जुल्म ढाने का आरोप सूर्यजागरण द्वारा बेबुनियाद तरीके से नहीं लगाया जा रहा है,वरन पुष्ट साक्ष्यों के आधार पर लगाए जा रहे हैं।सावित्री अग्रवाल के ही एक अन्य पुत्र सुरेन्द्र अग्रवाल द्वारा सिविल जज, उरई के न्यायालय मे दायर वाद संख्या 48/2021 में दाखिल किए गए जवाबदावा मे लगाए गए आरोप के आधार पर लगाए जा रहे हैं। इस जवबदावा की पक्की नकल किसी भी नागरिक द्वारा प्राप्त कर स्वयं पुष्टि की जा सकती है
जवाबदावा के बिन्दु संख्या 22 मे सुरेन्द्र अग्रवाल ने शपथपूर्वक बयान किया है कि प्रतिवादी संख्या 1 यानि पवन अग्रवाल द्वारा मां सावित्री अग्रवाल पर बहुत जुल्म ढाए गए। मां को बाईपर तक से पीटा गया। मां सावित्री अग्रवाल को पवन ने कमरे मे बन्धक तक बनाकर रखा । पवन के जुल्मो के कारण एक बार मां सावित्री अग्रवाल घर तक से भागने पर मजबूर हो गईं थीं।
B- सामान्य घरेलू विवाद नहीं है, यह मां पर ढाए अत्याचारो पर समाज द्वारा दोषी को सजा देकर न्याय करने का है विषय:- जालौन हो या उरई दोनों जगहों पर अपनी वाकपटुता की बदौलत पवन ने पूरे विवाद को पारिवारिक विवाद बताकर दूसरा मोड देने की कोशिश की है। लेकिन यह पूरा मैटर पवन के विरुद्ध किए गए अन्यायो पर न्याय पाने की लडाई है।
C- अपने कृत्यों पर समाज के सामने माफी मांगने व ईमानदारी से निबटारा करने का पवन को दिया जा चुका है कई बार मौका:- पवन को अनेकों बार अवसर दिया गया कि उन्होंने मां पर जो जुल्म किए हैं,समाज के सामने स्वीकार कर माफी मांग लो। जो भी अन्य विषय उनका ईमानदारी से निबटारा कर दो।
परन्तु हठधर्मिता दिखाते हुए पवन ने एक न सुनी। इस वजह से दो दशकों बाद मां सावित्री अग्रवाल पर जुल्म ढाने का आरोप न्यायालय की फाइलो तक मे पहुंच गया।
D-क्या जालौन का अग्रवाल समाज देगा मेरी मां पर ढाए जुल्मो पर इंसाफ/पवन को करेगा समाज से बहिष्कृत:- अग्रवाल समुदाय सारे विश्व में सदाचार के लिए जाना जाता है। किसी भी व्यक्ति को दुराचरण पर कानून से भी अधिक प्रभावी सजा उसके समाज द्वारा दी जा सकती है। जालौन के अग्रवाल समाज से भी अपील है कि पितृपक्ष मे मां सावित्री अग्रवाल न्याय मांग रही है। क्या मां पर ज़ुल्मो के आरोपी पवन अग्रवाल को उनके परिवार सहित समाज से बहिष्कृत किया जाएगा।
E-जांच कमेटी गठित कर गहन जांच कर साबित की जा सकती है आरोपो की सत्यता:-अग्रवाल समाज से गुजारिश है कि पवन पर लगाए गए आरोपो को बगैर जांच के युंही सत्य न माना जाए। इसके लिए तीन सदस्यीय जांच समिति बना दी जाए। जो मां पर ढाए गए जुल्मो की जानकारी रखने वालो से मुलाकात कर सत्यता की तह तक जाए। आरोपो की भयावहता को दृष्टिगत रखते हुए जांच के परिणाम सामने आने तक पवन को अग्रवाल समाज से अस्थाई तौर पर निलम्बित किया जाए।
F- क्या मां सावित्री अग्रवाल पर जुल्म ढाने वाले को दन्डित करने कर न्याय दिलाने मे आप देंगे साथ/ या रहेगे मूकदर्शक:-समाज के जागरुक बन्धुओं से एक यक्ष प्रश्न है कि क्या मां सावित्री अग्रवाल पर जुल्म ढाने वालो को दन्डित करने कर न्याय दिलाने मे आप देंगे साथ या फिर खामोश रह कर बने रहेंगे मूकदर्शक ?

