अन्याय के विरोधी थे भगवान श्री परशुराम : आचार्य पवन शास्त्री
देहरादून- आज स्थानीय घंटाघर के निकट श्री पंचायती मंदिर में ब्राह्मण समाज महासंघ के बैनर तले नगर के एक दर्जन ब्राह्मण संस्थाओं ने भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव मनाया।
सर्वप्रथम मंदिर परिसर में विधिविधान से विद्वान आचार्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। आरती के पश्चात भगवान परशुराम जी को भोग लगाया गया।
इस अवसर पर पंडित उदयशंकर भट्ट ने धर्म की रक्षा को प्रमुख बताते हुए कहा कि धर्म बचेगा तो हम सुरक्षित रहेंगे। ब्राह्मण को अपनी पहचान पुन स्थापित करनी पड़ेगी।
आचार्य़ पवन कुमार शास्त्री जी ने कहा कि भगवान श्री परशुराम जी ने अन्याय के विरुद्ध लड़ाई लडी, वे किसी जाति के विरोधी नहीं थे। आतताई राजाओं के विनाश के लिए उन्होंने फरसा उठाया।
प्रसिद्ध भागवताचार्य पंडित सुभाष चंद्र जोशी जी ने ब्राह्मणों की वेशभूषा, पहचान, आचार विचार को कायम करने पर बल देते हुए कहा कि आज भी समाज भी हमसे सुसंस्कृत व आचारवान व्यक्तित्व की अपेक्षा रखता है।

इनके अतिरिक्त सर्वश्री आचार्य भरतराम तिवाड़ी, आचार्य शशि बल्लभ पंत, आचार्य शशिकांत दूबे, पंडित अश्वनी मुद्गल एडवोकेट, राकेश पंडित पार्षद, महासंघ के महामंत्री शशि शर्मा, अध्यक्ष प्रमोद मेहता एडवोकेट आदि ने भी विचार रखे। इस अवसर पर महासंघ से संबद्ध एक दर्जन ब्राह्मण संगठनों के अध्यक्षों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।
समारोह में मंच पर उपस्थित विद्वतजनों द्वारा मासिक पत्र ,”पहाड़ प्रतिनिधि” के विशेषांक का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमोद मेहता जी ने की तथा मंच संचालन डा. वी डी शर्मा व मनमोहन शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर मुख्यरूप से राम प्रसाद गौतम, थानेशवर उपाध्याय, एस एन उपाध्याय, राजकुमार शर्मा राजेंद्र शर्मा, बी एम शर्मा, गौरव बख्शी, राजेंद्र व्यास, सतीश शर्मा, रजनीश ध्यानी, सूर्य प्रकाश शर्मा, जीतराम पैन्यूली, राजेश शर्मा, दिनेश मिश्रा आदि उपस्थित थे।